जिला दंतेवाड़ा के कुआंकोंडा ब्लॉक में कन्या आश्रम मड़कामिरास एक उत्कृष्ट आश्रम
जिला दंतेवाड़ा के कुआंकोंडा मे कन्या आश्रम एक मिशाल और प्रेरणादायक

नमस्कार मैं समीर सल्फी और आप देख रहे हैं जनवार्ता 24 न्यूज़
आज हम आपको पुनः शिक्षा एजुकेशन के क्षेत्र से एक लघु डॉक्यूमेंट्री एक खोज एक विश्लेषण रहित रिपोर्ट जो की राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग के विश्लेषण और उनकी रिपोर्ट पर आधारित है
बीते बिगत दिनों दिनांक 3 एवं 4 सितंबर को दक्षिण बस्तर जिला दंतेवाड़ा के कुआं कुंडा ब्लॉक में चलित आश्रम हॉस्टल एवं पोटा केबिन की स्थिति /परीस्थिति पर हम एक नजर डालते हैं और आपको दिखाते हैं की शासकीय आश्रम हॉस्टल एवं पोटा केबिन में रहने वाले छात्र एवं छात्राएं एवं इन संचालित आश्रमों हॉस्टलॉ एवं कोटा केबिन में जो नियुक्त अधीक्षक चपरासी आदि कर्मचारियों की अपने हॉस्टल आश्रम एवं पोटा केबिन के प्रति कितनी जवाब देही कितना उत्तरदायित्व का निर्वहन किया जाता है
कुछ आश्रम हॉस्टल एवं पोटा केबिन की समीक्षा पर हर्ष एवं सुखद अनुभव की अनुभूति प्रतीत हुई एवं कुछ आश्रम हॉस्टल पोटाकेबिन में लापरवाही अपने कार्य के प्रति उदासीनता जवाब देही की कमी महसूस हुई हमारी सर्वे रिपोर्ट में कुछ आश्रम एवं हॉस्टल में पदस्थ अधीक्षक एवं चपरासीओ से हॉस्टल आश्रम की स्थिति परिस्थिति के विषय में चर्चा की गई उन चर्चाओं के माध्यम से आश्रम एवं हॉस्टल के नजारों से अफसोस भी हुआ और कहीं बेहद खुशी का नजारा देखने को मिला
आइये हम आपको ले चलते हैं उस बेहतरीन और उत्कृष्ट कन्या आश्रम जो की जिला दंतेवाड़ा के कुआं कुंडा ब्लॉक में चलित कन्या आश्रम मडका मिरास के नाम से है और इस कन्या आश्रम की अधीक्षिका का नाम श्रीमती शीतल मंडावी जो की आश्रम के लिए एक मॉडल और एक मिसाल की तरह है इस उत्कर्ष आश्रम की जितनी प्रशंसा और सराहना की जाए उतनी कम होगी बस्तर संभाग में इस तरह के आश्रम हमें बिरले ही देखने को मिले इस आश्रम की साज सज्जा रखरखाव बेहतरीन मैनेजमेंट बच्चों में अनुशासन के साथ अच्छी ड्रेस कोड बेहतरीन रखरखाव खानपान की उत्तम व्यवस्था के साथ-साथ आश्रम के कैंपस में बागवानी एवं किचन गार्डन
आश्रम के कक्ष सुसज्जित देखते ही मन को भाते थे आश्रम के शयन कक्ष जो की पूर्ण तरीके से व्यवस्थित एवं सुसज्जित पाए गए बेड पर साफ सुथरी चादरे और फोल्ड हुए कम्बल खिड़कियों मे बकायदा मच्छरदानी देखने को मिली सबसे खूब चीज जो हमें देखने को मिली जो की चकित कर देने वाली थी वह आश्रम की अधीक्षका श्रीमती शीतल मंडावी एवं आश्रम में रहने वाली नन्ही छात्राओं के बीच प्रेम का भाव था
हमने अक्सर कई आश्रम एवं हॉस्टल में रहने वाले छात्र एवं छात्राओं के द्वारा अपने हॉस्टल के अधीक्षक एवं अधीक्षका को मेम और अधीक्षक सर जैसे शब्दों को कहते सुना लेकिन जब हम कुआं कोंडा ब्लॉक के कन्या आश्रम मडका मिरास में हमने आश्रम अधीक्षिका के लिए बालिकाओं के द्वारा मम्मी शब्द संबोधित करते हुए सुना और देखा तो हम भाव विभोर से हो गए हमने एक माता और पुत्री के बीच में मातृत्व का रिश्ता महसूस किया जो की एक मिसाल है इस आश्रम की अधीक्षिका का अपने आश्रम के प्रति लगाओ अपनापन और बच्चों के प्रति समर्पण का भाव प्रतीत होता है शासन प्रशासन से हम गुहार लगाते है एवं क्या अच्छा होगा की शीर्ष पर पदस्थ अधिकारी मंडल संयोजक क्षेत्रीय संयोजक एवं ब्लॉक शिक्षा अधिकारी एवं जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा ऐसी अधीक्षका जो कि अपने आश्रम के लिए समर्पित है और आश्रम को अपना घर और आश्रम में रहने वाली छात्राओं का अपने परिवार अपनी पुत्री की तरह रखती हो ऐसी अधीक्षिका को सम्मानित एवं प्रशंसा और सराहना की जानी चाहिए
आश्रम में इन खूबियों के अलावा यदि किसी चीज की कमी और अभाव पाया गया तो वह आश्रम की जर्जर और पुरानी बिल्डिंग जिसमें छात्राओं के पढ़ने के लिए कोई कक्ष ही नहीं थे मात्र एक कक्ष जो कि भोजन कक्ष था उसी में पहली से लेकर पांचवी तक की क्लास एक साथ लगाई जाती है जो की चिंता का विषय है जहां सारे बच्चे पांचो क्लास के बच्चे एक साथ बैठते हो वहां पर शिक्षक के द्वारा कैसे पढ़ाया जाता होगा यह सोचने का विषय है इस जटिल समस्या पर विभाग के अधिकारियों के द्वारा जल्द संज्ञान लेते हुए यहां की कमी की पूर्ति की जानी चाहिए
हमारा उद्देश्य किसी भी प्रकार से किसी हॉस्टल आश्रम की कमी निकालना या किसी आश्रम हॉस्टल की गैर जिम्मेदारान स्थिति को बताना या दिखाना उद्देश्य नहीं है हमारा उद्देश्य उत्कृष्ट आश्रम एवं हॉस्टल की प्रशंसा एवं सराहना करना है इससे प्रेरित होकर और प्रेरणा लेते हुए अन्य हॉस्टल आश्रम के अधीक्षक अपने आश्रमों को भी मॉडल और उत्कर्ष आश्रम का रूप दें जिससे जिले और प्रदेश एवं देश के पटल पर उत्कृष्ट आश्रम एवं हॉस्टल की समीक्षा पर ऐसे आश्रमों का भी नाम रोशन हो
आश्रम एवं हॉस्टल के जिम्मेदार एवं कार्यवाहक जिन्हें हम हॉस्टल आश्रम अधीक्षक भी कहते हैं आज हम उनके हॉस्टल आश्रम में क्रियान्वित सुविधा और असुविधाएं एवं उनकी हॉस्टल आश्रम के प्रति समर्पण लगाओ कर्मठ ता और अपने कार्य के प्रति जिम्मेदारी और गैर जिम्मेदारी के कुछ अंश उन जिम्मेदारों की जुबानी आपको सुनाते और दिखाते हैं
कैमरा पर्सन हेमा रजक के साथ में समीर सल्फी जान वार्ता 24 न्यूज़ बस्तर छत्तीसगढ़
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